तुरत षडानन आप पठायउ। लवनिमेष महँ मारि गिरायउ॥ आप जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥ किया तपहिं भागीरथ भारी। पुरब प्रतिज्ञा तसु पुरारी॥ सुबह सुबह ले शिव का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम किया उपद्रव तारक भारी। देवन सब मिलि तुमहिं जुहारी॥ ॐ नमः शिवाय, ॐ नमः https://jaibhole.co.in/home/Shree-Shiv-Chalisa